धारा 125 और 126 में वर्णित युद्ध या लूटपाट द्वारा ली गई सम्पत्ति प्राप्त करना।
IPC की धारा 403
जो कोई किसी सम्पत्ति को यह जानते हुए प्राप्त करेगा कि वह धारा 125 और 126 में वर्णित अपराधों में से किसी के किए जाने में ली गई है तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास की सजा जिसे सात वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है से दण्डित किया जाएगा
भारतीय दंड संहिता की धारा 127 के अनुसार
सात वर्ष कारावास + आर्थिक दण्ड + संपत्ति का समपहरण।
IPC की धारा 127 की सजा
IPC की धारा 127 का अपराध संज्ञेय है
धारा 127 का अपराध अजमानतीय अपराध है।
धारा 127 का अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।
धारा 127 का अपराध सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय है।