IPC की धारा 130 क्या है ? 

भागने में मदद करना, बचाना या शरण देना, या ऐसे कैदी की पुनरावृत्ति के लिए किसी भी प्रतिरोध की पेशकश

IPC की धारा 403

जो कोई जानते हुए किसी राजकैदी या युद्धकैदी को विधिपूर्ण अभिरक्षा से निकल भागने में मदद या सहायता देगा, या किसी ऐसे कैदी को छुड़ाएगा, या छुड़ाने का प्रयत्न करेगा, या किसी ऐसे कैदी को, जो विधिपूर्ण अभिरक्षा से निकल भागा है, संश्रय देगा या छिपाएगा या ऐसे कैदी के फिर से पकड़े जाने का प्रतिरोध करेगा या करने का प्रयत्न करेगा 

भारतीय दंड संहिता की धारा 130 के अनुसार

आजीवन कारावास या 10 साल + जुर्माना

IPC की धारा 130 की सजा 

IPC की धारा 130 का अपराध  संज्ञेय है

धारा 130 का अपराध अजमानतीय अपराध है।

धारा 130 का अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।

धारा 130 का अपराध सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय है।

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