I
PC की धारा 417 क्या है?
IPC की धारा 417 -यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति से अपने फायदे के लिए छल करता है तो उसे धारा 417 के अधीन दंडित किया जाता है
IPC की धारा 417 -यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति से अपने फायदे के लिए छल करता है तो उसे धारा 417 के अधीन दंडित किया जाता है
IPC की धारा 417 की सजा -
एक वर्ष का कारावास, या आर्थिक दण्ड, या दोनों।
एक वर्ष का कारावास, या आर्थिक दण्ड, या दोनों।
IPC की धारा 417 का अपराध गैर-संज्ञेय अपराध है
IPC की धारा 417 का अपराध गैर-संज्ञेय अपराध है
IPC की धारा 417 का अपराध किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।
IPC की धारा 417 का अपराध किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।
IPC की धारा 417 का अपराध पीड़ित व्यक्ति (जिसके साथ छल हुआ हो) द्वारा समझौता करने योग्य है।
IPC की धारा 417 का अपराध पीड़ित व्यक्ति (जिसके साथ छल हुआ हो) द्वारा समझौता करने योग्य है।
धारा 417 का अपराध जमानतीय अपराध है।
धारा 417 का अपराध जमानतीय अपराध है।
कानूनी जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर क्लिक करे
CLICK HERE