लड़की का बार -बार पीछा करना पर IPC की धारा 354D के तहत मामला दर्ज किया जाता है |

3 वर्ष तक का कारावास + आर्थिक दंड

IPC की धारा 354 D की सजा 

प्रथम दोषसिद्धि पर

5 वर्ष तक का कारावास + आर्थिक दंड

IPC की धारा 354 D की सजा 

दुबारा अपराध करने पर

यह एक संज्ञेय अपराध है

धारा 354 का अपराध प्रथम बार मे जमानतीय  और दूसरी बार मे  गैर जमानतीय  अपराध है।

यह अपराध पीड़ित / चोटिल व्यक्ति द्वारा समझौता करने योग्य नहीं है।

धारा 354D के  अपराध का विचारणीय  किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा किया जा सकता है।