IPC की धारा 406 क्या है ?
IPC की धारा 403
आपराधिक न्यासभंग के लिए दण्ड
IPC की धारा 406 का अपराध
तीन वर्ष तक का कारावास + आर्थिक दण्ड या दोनों
IPC की धारा 406 की सजा
यह एक संज्ञेय अपराध है
धारा 406 का अपराध अजमानतीय अपराध है।
यह अपराध न्यायालय की अनुमति से पीड़ित व्यक्ति (संपत्ति के मालिक जिसके विश्वास का भंग हुआ है) के द्वारा समझौता करने योग्य है।
धारा 406 के अपराध प्रथम श्रेणी के न्यायाधीश द्वारा विचारणीय है।
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