Bare Acts

संपत्ति अंतरण अधिनियम की धारा 132 | Section 132 TPA in hindi

संपत्ति अंतरण अधिनियम की धारा 132 – अनुयोज्य दावे के अन्तरिती का दायित्व-

अनुयोज्य दावे का अन्तरिती ऐसे दावे को उन सब दायित्वों और साम्याओं के अध्यधीन लेगा जिनके अध्यधीन अंतरक अन्तरण की तारीख को उस दावे के बारे में था।

दृष्टांत

(i) ग को क वह ऋण अन्तरित करता है जो ख द्वारा उसे शोध्य है। क उस समय ख का ऋणी है। ख पर ग उस ऋण के लिए वाद लाता है जो क को ख द्वारा शोध्य है। ऐसे वाद में ख वह् ऋण मुजरा कराने का हकदार है जो उसके द्वारा शोध्य है, यद्यपि ग ऐसे अन्तरण की तारीख पर उसकी जानकारी नहीं रखता था।

(ii) क ने ख के पक्ष में ऐसी परिस्थितियों में बन्धपत्र का निष्पादन किया जिनमें उसे इस बात का हक था कि वह बन्धपत्र को परिदत्त और रद्द करवा ले । ख बन्धपत्र को ग को, जिसे ऐसी परिस्थितियों की सूचना नहीं है, मूल्यार्थ समनुदिष्ट कर देता है। ग बन्धपत्र को क के विरुद्ध प्रवृत्त नहीं करा सकता।


Section 132 TPA – Liability of transferee of actionable claim –

The transferee of an actionable claim shall take it subject to all the liabilities and equities to which the transferor was subject in respect thereof at the date of the transfer.

Illustrations

(i) A transfers to C a debt due to him by B, A being then indebted to B. C sues B for the debt due by B to A. such suit B is entitled to set off the debt due by A to him; although C was unaware of it at the date of such transfer. संपत्ति अंतरण अधिनियम की धारा 132

(ii) A executed a bond in favour of B under circumstances entitling the former to have it delivered up and cancelled. B assigns the bond to C for value and without notice of such circumstances. C cannot enforce the bond against A. संपत्ति अंतरण अधिनियम की धारा 132

संपत्ति अंतरण अधिनियम की धारा 132 संपत्ति अंतरण अधिनियम की धारा 132 संपत्ति अंतरण अधिनियम की धारा 132