धारा 11 भारतीय साक्ष्य अधिनियम – वे तथ्य जो अन्यथा सुसंगत नहीं हैं कब सुसंगत हैं —
वे तथ्य, जो अन्यथा सुसंगत नहीं हैं, सुसंगत हैं—
(1) यदि वे किसी विवाद्यक तथ्य या सुसंगत तथ्य से असंगत हैं,
(2) यदि वे स्वयंमेव या अन्य तथ्यों के संसर्ग में किसी विवाद्यक तथ्य या सुसंगत तथ्य का अस्तित्व या अनस्तित्व अत्यंत अधिसम्भाव्य या अनधिसम्भाव्य बनाते हैं।
दृष्टांत
(क) प्रश्न यह है कि क्या क ने किसी अमुक दिन कलकत्ते में अपराध किया।
यह तथ्य कि वह उस दिन लाहौर में था, सुसंगत है।
यह तथ्य कि जब अपराध किया गया था उस समय के लगभग क उस स्थान से जहां कि वह अपराध किया गया था, इतनी दूरी पर था कि क द्वारा उस अपराध का किया जाना यदि असंभव नहीं तो अत्यंत अनधिसंभाव्य था, सुसंगत है।
(ख) प्रश्न यह है कि क्या क ने अपराध किया है।
परिस्थितियां ऐसी हैं कि वह अपराध क, ख, ग या घ में से किसी एक के द्वारा अवश्य किया गया होगा। वह हर तथ्य जिससे यह दर्शित होता है कि वह अपराध किसी अन्य के द्वारा नहीं किया जा सकता था और वह ख, ग या घ में से किसी के द्वारा नहीं किया गया था, सुसंगत है।
Section 11 Indian Evidence Act – When facts not otherwise relevant become relevant —
Facts not otherwise relevant are relevant-
(1) if they are inconsistent with any fact in issue or relevant fact;
(2) if by themselves or in connection with other facts they make the existence or non-existence of any fact in issue or relevant fact highly probable or improbable.
Illustrations
(a) The question is, whether A committed a crime at Calcutta on a certain day.
That fact that, on that day, A was at Lahore is relevant.
The fact that, near the time when the crime was committed, A was at a distance from the place where it was committed, which would render it highly improbable, though not impossible, that he committed it, is relevant.
(b) The question is, whether A committed a crime.
The circumstances are such that the crime must have been committed either by A, B, C or D.
Every fact which shows that the crime could have been committed by no one else and that it was not committed by either B, C or D is relevant.