IPC की धारा 32 — कार्यों का निर्देश करने वाले शब्दों के अंतर्गत अवैध लोप आता है –
जब तक कि संदर्भ से तत्प्रतिकूल आशय प्रस्तुत न हो, इस संहिता के हर भाग में किए गए कार्यों का निर्देश करने वाले शब्दों का विस्तार अवैध लोपों पर भी है।
आईपीसी की धारा 32 के प्रमुख अवयव क्या हैं ? |
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जब तक कि संदर्भ से तत्प्रतिकूल आशय प्रस्तुत न हो- 1. इस संहिता के हर भाग में किए गए कार्य , 2. निर्देश करने वाले शब्दों का विस्तार अवैध लोपों पर भी है। |
IPC की धारा 32 से संबंधित महत्वपूर्ण केस
ए0 आई0 आर0) 1938 लाहौर 813
यह तथ्य कोई अवैध लोप किया गया है साबित करने का भार अभियोजन पर होता है।
लतीफ खान बनाम सम्राट, 1895 आई0 एल0 आर0 20 बाम्बे 394
एक व्यक्ति द्वारा कोई उपेक्षा या लोप जिसे वह विधि द्वारा करने के लिये बाध्य है, दण्डनीय लोप निर्मित करता है।
IPC की धारा 32 FAQ
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आईपीसी (IPC) की धारा 32 क्या हैं ?
IPC की धारा 32 — कार्यों का निर्देश करने वाले शब्दों के अन्तर्गत अवैध लोप आता है
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कार्यों का निर्देश करने वाले शब्दों के अन्तर्गत अवैध लोप आता है किस धारा में दिया गया है ?
आईपीसी की धारा 32 में
IPC Section 32 — Words referring to acts include illegal omissions —
In every part of this Code, except where a contrary intention appears from the context, words which refer to acts done extend also to illegal omissions.
भारतीय दण्ड संहिता के लिए महत्वपूर्ण पुस्तकें –
भारतीय दंड संहिता,1860 – प्रो सूर्य नारायण मिश्र
भारतीय दंड संहिता, 1860 – डॉ. बसंती लाल
भारतीय दण्ड संहिता ( DIGLOT) [ENGLISH/HINDI] [BARE ACT]