Bare Acts

IPC की धारा 93 | धारा 93 भारतीय दण्ड संहिता | IPC Section 93 In Hindi

IPC की धारा 93 — सद्भावपूर्वक दी गई संसूचना –

सद्भावपूर्वक दी गई संसूचना उस अपहानि के कारण अपराध नहीं है, जो उस व्यक्ति को हो जिसे वह दी गई है, यदि वह उस व्यक्ति के फायदे के लिए दी गई हो।

दृष्टांत –

क, एक शल्य चिकित्सक, एक रोगी को सद्भावपूर्वक यह संसूचित करता है कि उसकी राय में वह जीवित नहीं रह सकता। इस आघात के परिणामस्वरूप उस रोगी की मृत्यु हो जाती है। क ने कोई अपराध नहीं किया है, यद्यपि वह जानता था कि उस संसूचना से उस रोगी की मृत्यु कारित होना संभाव्य है।
धारा 93 आईपीसी के प्रमुख अवयव क्या हैं?
अपराध नहीं है, जो-
1. संसूचना सद्भावपूर्वक दी गई है
2. उस व्यक्ति को हो जिसे वह दी गई है,
3. यदि वह उस व्यक्ति के फायदे के लिए दी गई हो।

IPC की धारा 93 से संबंधित महत्वपूर्ण केस –

वी0 मेनसेज बनाम युसुफ खान, 1966 क्रि० लॉ ज0 1489 (सु0 को0) 
कतिपय परिस्थितियों में इस धारा के द्वारा भी चिकित्सक के कार्य के संरक्षण प्रदान किया जा सकता है। इस धारा में प्रयुक्त शब्द अपहानि से एक घातक मस्तिष्कीय प्रतिक्रिया अभिप्रेत है।

IPC की धारा 93 FAQ

  1. IPC की धारा 93 क्या है ?

    सद्भावपूर्वक दी गयी संसूचना उस अपहानि के कारण अपराध नहीं है जो उस व्यक्ति को हो, जिसे वह दी गयी है, यदि वह उस व्यक्ति के फायदे के लिए दी गयी है।

  2. ‘अ’ एक डॉक्टर ने ‘ब’ अपने मरीज को बताया कि उसे एड्स हो गया है। यह सुनकर ‘ब’ की हृदय गति रुक गई तथा उसकी मृत्यु हो गयी। ‘अ’ ने क्या अपराध किया? 

    कोई अपराध नहीं किया, अ ने सद्भावनापूर्वक सूचना दिया। (भारतीय दण्ड संहिता की धारा 93 का संरक्षण)


IPC Section 93 — Communication made in good faith –

No communication made in good faith is an offence by reason of any harm to the person to whom it is made, if it is made for the benefit of that person.

llustration –

A, a surgeon, in good faith, communicates to a patient his opinion that he cannot live. The patient dies in consequence of the shock. A has committed no offence, though he knew it to be likely that the communication might cause the patient’s death

भारतीय दण्ड संहिता के लिए महत्वपूर्ण पुस्तकें –

भारतीय दंड संहिता,1860 – प्रो सूर्य नारायण मिश्र

भारतीय दंड संहिता, 1860 – डॉ. बसंती लाल

भारतीय दण्ड संहिता ( DIGLOT) [ENGLISH/HINDI] [BARE ACT]

IPC की धारा 93 IPC की धारा 93 93 IPC in Hindi 93 IPC in Hindi 93 IPC in Hindi