IPC की धारा 5 — कुछ विधियों पर इस अधिनियम द्वारा प्रभाव न डाला जाना —
भारतीय दंड संहिता की धारा 5 के अनुसार, इस अधिनियम में की कोई बात भारत सरकार की सेवा ऑफिसरों, सैनिकों, नौसैनिकों या वायु सैनिकों द्वारा विद्रोह और अभित्यजन को दण्डित करने वाले किसी अधिनियम के उपबन्धों, या किसी विशेष या स्थानीय विधि के उपबन्धों, पर प्रभाव नहीं डालेगी।
विशेष या स्थानीय विधि क्या है ? विशेष विधि से वह विधि अभिप्रेत है, जो किसी विशेष विषय पर लागू होती है, स्थानीय विधि से वह विधि अभिप्रेत है जो भारत के किसी विशेष भाग में ही लागू होती है। [भारतीय दण्ड संहिता की धारा 41 तथा 42] |
IPC की धारा 5 से संबंधित महत्वपूर्ण केस –
के0 पी0 मजुमदार (1906) 11 सी0 डब्ल्यू0 एन0 105]
स्थानीय या विशेष विधि की दशा में सामान्यतया अपराधी को या तो स्थानीय विधि के अंतर्गत दण्डित किया जा सकता है, या विशेष विधि के अंतर्गत, जिसके अधीन वह आता हो, IPC की धारा 5 इसी आशय से प्रयोजित है
जीवन राम बनाम सम्राट, ए) आई0 आर0 1932 इला) 69
जहाँ पर साधारण आपराधिक विधि के लिए विशेष विधि का अपवर्जन प्रवर्तन में नहीं है, तो उस दशा में यह अनुमान नहीं किया जा सकेगा, कि उस भाग पर विधायिका का आशय इसे अपवर्जित करने का था ।
सुख नन्दन राम, ए0 आई0 आर0 1938 पटना 646
एक ही अपराध के लिए किसी व्यक्ति को दण्ड संहिता के अधीन या स्थानीय अथवा विशेष विधि के अधीन दण्डित किया जाना संभाव्य नहीं होगा।
वी० वी० सत्यनारायन मूर्ति, ए0 आई0 आर0 (1953) मद्रास 137
जहाँ पर कोई अपराध विशेष या स्थानीय विधि के अन्तर्गत प्रत्यक्षतः दण्डनीय बनाया गया हो, किन्तु इसके बावजूद भी यदि अपराध का कोई तथ्य भारतीय दण्ड संहिता की परिभाषाओं के अन्तर्गत आता हो, तो वह निश्चित रूप से संहिता के अधीन दण्डनीय होगा।
चन्डी प्रसाद बनाम अब्दुल रहमान, इ० लॉ रि० (22) कल(0) 131]
किन्तु भारतीय दण्ड संहिता के अधीन कोई अभियोजन स्वीकार्य नहीं होगा, यदि वह सम्पूर्ण रूप से विशेष विधि के अन्तर्गत विरचित हो या, कि इसका आशय उस अपराध के लिए शास्ति अधिरोपित करने हेतु विशेष विधि को सक्षम बनाने का हो।
एस0 एन0 बनर्जी, इ० लॉ रि0 (10) कल0 109 ( प्रि0 का० )
उच्च न्यायालय एक ऐसा न्यायालय है जो कि न्यायालय के अवमान के लिए किसी व्यक्ति पर जुर्माने का अधिरोपण कर सकता है, और ऐसा आदेश अपील या रिवीजन के लिए स्वच्छन्द नहीं समझा जायेगा। भारतीय दण्ड संहिता उच्च न्यायालय के इस अधिकार को प्रभावित नहीं करती है, जो कि उसके अन्तर्गत अवमान के परिप्रेक्ष्य में व्यक्ति को दण्डित करने के लिए अन्तर्निहित किया गया है
IPC की धारा 5 FAQ
आईपीसी (IPC) की धारा 5 क्या है ?
आईपीसी (IPC) की धारा 5 कुछ विधियों पर इस अधिनियम द्वारा प्रभाव न डाला जाना से संबंधित है
भारतीय दण्ड संहिता के उपबन्धों को किन मामलो में लागू होने से अपवर्जित किया गया है?
IPC की धारा 5 के अनुसार इस संहिता के कोई भी उपबन्ध –
(1) भारत सरकार की सेना के अफसरों, सैनिकों, नौसैनिकों, या वायुसैनिकों द्वारा विद्रोह और अधित्यजन को दण्डित करने वाले किसी अधिनियम के उपबन्धों, या
(2) किसी स्थानीय या विशेष विधि के उपबन्धों पर लागू होने से अपवर्जित किये गये हैं।
कुछ विधियों पर इस अधिनियम द्वारा प्रभाव न डाला जाना भारतीय दण्ड संहिता (IPC ) किस धारा में कहा गया है |
आईपीसी (IPC) की धारा 5 में |
IPC Section 5 — Certain laws not to be affected by this Act —
Nothing in this Act shall affect the provisions of any Act for punishing mutiny and desertion of officers, soldiers, sailors or airmen in the service of the Government of India or the provision of any special or local law.