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IPC की धारा 55 | धारा 55 भारतीय दण्ड संहिता | 55 IPC In Hindi

IPC की धारा 55 (DHARA 55) — आजीवन कारावास के दण्डादेश का लघुकरण –

हर मामले में, जिसमें आजीवन कारावास का दण्डादेश दिया गया हो, अपराधी की सम्मति के बिना भी समुचित सरकार उस दण्ड को ऐसी अवधि के लिए, जो चौदह वर्ष से अधिक न हो, दोनों में से किसी भांति के कारावास में लघुकृत कर सकेगी।


धारा 55 आईपीसी के प्रमुख अवयव क्या हैं?
हर मामले में,-
1. जिसमें आजीवन कारावास का दण्डादेश दिया गया हो,
2. अपराधी की सम्मति के बिना भी
3. समुचित सरकार उस दण्ड को ऐसी अवधि के लिए,
4. जो चौदह वर्ष से अधिक न हो,
5. दोनों में से किसी भांति के कारावास में लघुकृत कर सकेगी।

IPC की धारा 55 से संबंधित महत्वपूर्ण केस –

दत्ता चिमन राव बनाम स्टेट, 1986 (2) गुज0 लॉ ज0 1044 (गुजरात)
इस धारा द्वारा समुचित सरकार को प्रदत्त की गई शक्ति में न्यायालय न तो हस्तक्षेप करे और न ही उसे किसी प्रकार का निर्देश दे सकेगा। इसके अतिरिक्त न्यायालय इस धारा प्रदत्त की शक्ति ने निष्पादन के लिए राज्य को न तो बाध्य ही कर सकेगा और न तो ऐसे शक्ति के प्रयोग से उसे उपवर्जित ही कर सकेगा।
गोपाल गौदा बनाम उड़ीसा राज्य, 2004 क्रि० लॉ ज० एन० ओ० सी० 297
अभियुक्त पति के विरुद्ध दोषसिद्धि एवम् दण्डादेश आदेश एक ऐसे मामले में पारित किया गया। जिसमें उसने अपनी पत्नी की हत्या गला घोटकर कर दी थी। अभियुक्त को आजीवन कारावास का दण्ड दिया गया। लेकिन अब अभियुक्त 14 वर्षों के कारावास का दण्ड भोग रहा था । तब न्यायालय, अभियुक्त के समय पूर्व निर्मोचन पर विचार करने के लिए, राज्य सरकार को सिफारिश करने हेतु जेल प्राधिकारियों को निर्देश दे सकेगा यदि वह (अभियुक्त) सुसंगत तथ्यों का समाधान कर देता हो ।
ए0 आई0 आर0 1961 सु0 को0 600
यदि न्यायालय द्वारा दण्डादिष्ट आजीवन कारावास में इस धारा के अधीन कोई लघुकरण नहीं किया जाता है तो विधि के अधीन अपराधी न्यायालय द्वारा दिये गये दण्ड को भोगने से बाध्य माना जायेगा।

FAQ

  1. आजीवन कारावास के दण्डादेश का लघुकरण का प्रावधान किस धारा से संबंधित है?

    IPC की धारा 55 से

  2. आजीवन कारावास के दण्डादेश का लघुकरण कौन कर सकता है?

    हर उस मामले मे, जिसमे आजीवन कारावास का दण्डादेश दिया गया हो ,समुचित सरकार उस दण्ड को ऐसी अवधि के लिए, जो चौदह वर्ष से अधिक न हो, दोनों में से किसी भांति के कारावास में लघुकृत कर सकेगी।

  3. IPC की धारा 55 (DHARA 55) क्या है?

    IPC की धारा 55 के अनुसार, आजीवन कारावास के दण्डादेश को लघुकृत किया जासकता है|

55 IPC In Hindi — Commutation of sentence of imprisonment for life –

In every case in which sentence of imprisonment for life shall have been passed, the appropriate Government may, without the consent of the offender, commute the punishment for imprisonment of either description for a term not exceeding fourteen years.

भारतीय दण्ड संहिता के लिए महत्वपूर्ण पुस्तकें –

भारतीय दंड संहिता,1860 – प्रो सूर्य नारायण मिश्र

भारतीय दंड संहिता, 1860 – डॉ. बसंती लाल

भारतीय दण्ड संहिता ( DIGLOT) [ENGLISH/HINDI] [BARE ACT]

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