धारा 35 एनडीपीएस एक्ट — आपराधिक मानसिक दशा की उपधारणा –
(1) इस अधिनियम के अधीन किसी ऐसे अपराध के किसी अभियोजन में, जिसमें अभियुक्त की मानसिक दशा अपेक्षित है, न्यायालय यह उपधारणा करेगा कि अभियुक्त की ऐसी मानसिक दशा है किन्तु अभियुक्त के लिए यह तथ्य साबित करना एक प्रतिरक्षा होगी कि उस अभियोजन में अपराध के रूप में आरोपित कार्य के बारे में उसकी वैसी मानसिक दशा नहीं थी ।
स्पष्टीकरण – इस धारा में “आपराधिक मानसिक दशा” के अन्तर्गत आशय, हेतु, किसी तथ्य का ज्ञान और किसी तथ्य में विश्वास या उस पर विश्वास करने का कारण है ।
(2) इस धारा के प्रयोजन के लिए कोई तथ्य केवल तभी साबित किया गया कहा जाता है जब न्यायालय युक्तियुक्त संदेह से परे यह विश्वास करे कि वह तथ्य विद्यमान है और केवल इस कारण नहीं कि उसकी विद्यमानता अधिसंभाव्यता की प्रबलता के कारण सिद्ध होती है ।
Section 35 NDPS Act — Presumption of culpable mental state —
(1) In any prosecution for an offence under this Act which requires a culpable mental state of the accused, the court shall presume the existence of such mental state but it shall be a defence for the accused to prove the fact that he had no such mental state with respect to the act charged as an offence in that prosecution.
Explanation.— In this section “culpable mental state” includes intention motive, knowledge of a fact and belief in, or reason to believe, a fact.
(2) For the purpose of this section , a fact is said to be proved only when the court believes it to exist beyond a reasonable doubt and not merely when its existence is established by a preponderance of probability.