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IPC mcq in hindi | भारतीय दंड संहिता mcq | Indian penal code mcq in hindi PART-3

भारतीय दंड संहिता mcq (1)

Results

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#1. जहाँ कि वह राशि अभिव्यक्त नहीं हो जितने तक जुर्माना हो सकता है, वहाँ भा.द.सं. के तहत, अपराधी जिस रकम का जुर्माने के दायी है, वह है :

#2. भा.द.सं. की धारा 34 के अधीन संयुक्त दायित्व अधिरोपित करने के लिये अभियोजन को साबित करना होता है :

#3. सामान्य आशय का सिद्धांत लागू होता है जबकि :

#4. 1. भा.द.सं. की धारा 29 के अधीन मुख्तारनामा ..................... का उदाहरण है ।

#5. भा.द.सं. की कौन-सी धारा में इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख उल्लिखित है ?

#6. भारतीय दण्ड संहिता की निम्नलिखित कौन-सी धारा के अधीन, 'संयुक्त दाण्डिक का सिद्धांत प्रयोज्य है ? |

#7. भारतीय दण्ड संहिता की धारा 34 को स्थापित. करने के लिए

#8. निम्नलिखित में से कौन-सा भारतीय दण्ड संहिता की धारा 34 का एक आवश्यक तत्व नहीं

#9. निम्नलिखित कौन-से मामले में लॉर्ड समर ने कहा था “उन्होंने भी साथ दिया जो खड़े रहे और प्रतीक्षा करते रहे" ?

#10. निम्नलिखित में से क्या मूल्यवान प्रतिभूति नहीं है ?

#11. भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 34 में यथा परिकल्पित 'संयुक्त दायित्व का सिद्धांत' निम्नलिखित विनिश्चय पर आधारित है :

#12. भारतीय दण्ड संहिता की धारा 57 के अनुसार आजीवन कारावास की अवधि कितनी है ?

#13. निम्नलिखित में से किस प्रकरण में प्रिवी काउन्सिल ने ‘सामान्य आशय' और 'समान आशय' के मध्य अन्तर स्थापित किया था ?

#14. निम्नलिखित में से कौन-सा मामला भारतीय दण्ड संहिता की धारा 34 से संबंधित मामला

#15. 'क' और 'ख', 'ग', की हत्या करने जाते हैं । 'क', हाथ में भाला लेकर रक्षा हेतु खड़ा रहा लेकिन उसने 'ग' को नहीं मारा । 'ख', ने 'ग' को मार डाला । इस मामले में :

#16. भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 34 -

#17. “मूल्यवान प्रतिभूति" परिभाषित की गई है :

#18. जबकि कोई आपराधिक कार्य कई व्यक्तियों द्वारा अपने सब के सामान्य आशय को अग्रसर करने में किया जाता है, तब ऐसे व्यक्तियों में से हर व्यक्ति उस कार्य के लिये उसी प्रकार . दायित्व के अधीन है :

#19. भा.द.वि. की धारा 29क संबंधित है..............से ।

#20. भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की निम्नलिखित कौन-सी धारा शब्द 'कार्य' को परिभाषित करती है ?

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